This is one of my inspiring songs ... Movie: Dor
ये हौसला कैसे झुके, ये आरजू कैसे रुके
मंजिल मुश्किल तो क्या,
धुंधला साहिल तो क्या,
तनहा ये दिल तो क्या ... हो ...
राह पे कांटे बिखरे अगर,
उसपे तो फिर भी चलना ही है,
शाम छुपाले सुरज मगर,
रात को एक दिन ढलना ही है,
ऋत ये टल जाएगी,
हिम्म्त रंग लाएगी,
सुबह फ़िर आएगी ... हो ...
ये हौसला कैसे झुके, ये आरजू कैसे रुके
होगी हमे तो रेहमत अदा,
धूप कटेगी साये तले,
अपनी खुदा से है ये दुवा,
मंजिल लगा ले हमको गले,
जुर्रत सौ बार रहे,
ऊंचा इकरार रहे,
जिंदा हर प्यार रहे ... हो ....
ये हौसला कैसे झुके, ये आरजू कैसे रुके
Friday, January 19, 2007
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